युवा जगत के चमकते सितारे मिलनसार, उदारहृदय के धनी श्री दिनेशजी पगारिय
राजस्थान की सुहानी नगरी सोजत सिटी निवासी धर्मनिष्ठ, मिलनसार, सरल स्वभावी श्री जवरीलालजी पगारिया एवं उनकी सुशील धर्मपत्नी मधुरभाषी श्रीमती पिस्ताबाई पगारिया के सुपुत्र श्रीमान दिनेशकुमारजी पगारिया को जैन समाज के रत्न हैं कहें तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। आप स्व. जसराजजी के सुपौत्र है। स्व. घीसीबाई पगारिया मधुर व्यवहार के धनी एवं हमेशा जिनके चेहरे पर प्रसन्नता के दर्शन होते हैं ऐसे श्री दिनेशजी पगारिया का जीवन बड़ा ही यशस्वी है। उदार हृदय युवा रत्न श्री दिनेशजी पगारिया में बचपन से ही उनके माता-पिता ने सुसंस्कार कूट-कूट कर भरे हैं। आपके हृदय में धर्म एवं गुरु भगवन्तो के प्रति अनन्य श्रध्दा भाव एवं समपर्ण है। आपके पिताश्री ने 1953 में सर्वप्रथम के.जी.एफ. में पॉन ब्रोकर्स एवं ज्वेलरी का व्यापार प्रारम्भ किया । आपकी व्यवहार कुशलता एवं ईमानदारी से आपने शीघ्र ही पूरे के.जी.एफ. में अपनी विशेष ख्याति प्राप्त कर ली। दिनेशजी पगारिया ने पढ़ाई के साथ ही व्यापार में भी पूरी रूचि बनाये रखी। आपका विवाह धनेरिया, राजस्थान के मूल निवासी एवं चेन्नई में व्यवसायरत श्रीमान सम्पतराजजी श्रीमती ताराबाई बम्ब की गुणवान सुपुत्री हेमलतादेवी के साथ संपन्न हुआ। श्री दिनेशजी के दिल में बचपन से ही कुछ विशेष करने की प्रबल भावना रही। इसलिए आप व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष प्रगति का लक्ष्य लेकर 2005 में बेंगलोर में ही निवास कर लिया। इसके पश्चात आपने द्रुत गति से प्रगति की और सुसंस्कारों के साथ आपके व्यवसाय को बुलंदियों पर ले जा रहे आपका बेंगलोर ज्वेलरी बाजार के प्रमुख स्थल सी.टी. स्ट्रीट में अपने स्वयं के भव्य व्यवसायिक बिल्डिंग में जे.जे.जे. ज्वेलर्स के नाम से ज्वेलरी का होल सेल व्यापार है। आपके JJJ ग्रुप की आज बेंगलूरु में बड़ी गौरवशाली पहचान है। इस ग्रुप में D.P. Ornaments, V.P. Abhushan, JJJ Constructions Pvt Ltd, JJ Polychem Pvt Ltd, JJJ Solar आदि का बड़ा कारोबार है।
आपकी संस्कारवान सुपुत्री अर्चना MBA की पढ़ाई कर रही है एवं आपके गुणवान सुपुत्र आशीष BBM की पढ़ाई कर रहे हैं। ईमानदारी एवं धर्म परायणता आपकी विशेषता है। स्वभाव से ये सरल, मृदु, उदार, स्नेहशील, दया, करूणा, वात्सल्य से भरे हुए हैं। इनका दिल गुलाब की महक सा खुशबूदार है। ये मनमोहक आकर्षक व्यक्तित्व के धनी हैं। आप उदार हृदयी हैं। व्यवहार कुशल, बात के बनी, समय के पाबंद और मधुर शब्द बोलनेवाले श्री दिनेशजी पगारिया सभी के प्रिय है। श्री दिनेशजी पगारिया का कहना है कि धैर्य से सोच-समझकर काम करो, विवेक रखो, शांति, संतोष और समता से ही सभी कार्य में सफलता प्राप्त होती हैं। ये गुणों के पारखी है। ये स्वयं गुणी है, ये गुणियों का आदर-मान-सम्मान – सत्कार करना अपना सौभाग्य समझते है। और इन्हें सभी में गुण ही दिखाई देते हैं। अपने व्यवसाय उद्योग में भी आप बहुत चमके है। खूब प्रतिष्ठा पाई है। खूब नाम कमाया है। ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और प्रामाणिकता के साथ व्यापार करने वाले और स्व जीवन जीने वाले है श्री दिनेशजी पगारिया। आज के इस भौतिक विलासपूर्ण वातावरण में परिवार, समाज, धर्म, देश को ऐसे ही युवावर्ग की आवश्यकता है। जो संघ, समाज, धर्म और देश के लिए कुछ कर सके। नव चेतना पैदा कर सही जागृति ला सके। रूढ़ियों को तोड़ कर आडंबर मिटा सके। आपकी रग-रग में जैन धर्म की प्रभावना की प्रबलतम भावना है। इसी भावना से आप जैन समय के विश्व व्यापी धर्मप्रचार अभियान को गति देने हेतु जैन समय के स्तंभ सहयोगी बने हैं। आपका मानना है कि समग्र विश्व में प्रभु महावीर के सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह एवं अनेकांतवाद के सिद्धांतों को अपना कर शांति स्थापित की जा सकती है। अतः जैन धर्म का पूरे विश्व में विशाल स्तर पर प्रचार प्रसार होना चाहिये। ‘जैन समय’ के विश्वव्यापी स्तर पर जैनत्व के प्रचार प्रसार एवं समग्र जैन समाज को एक दूसरे के साथ जोड़ने के लक्ष्य से आप बहुत प्रभावित हुये। और हमारे स्तंभ सहयोगी बने। आपने हमारा उत्साह अनेक गुणा बढ़ाया है। आपके उदार सहयोग से जैन समय द्वारा सकल जैन समाज को नयी Connectivity, Worldwide Unity एवं Information के महाअभियान को बड़ी शक्ति मिलेगी। हम आपके पूरे परिवार के लिये आरोग्यमय, धर्ममय, सर्व सुखमय जीवन की यशस्वी मंगलकामनायें करते हुये शत शत आभार प्रदर्शित करते हैं। आपका परिवार सदा सुखी रहे। प्रगति की निरंतरता बनी रहे। आपके कुल के गौरव में निरंतर वृध्दि हो ऐसी जैन समय समूह की ओर से शुभकामनाएँ !