नई सोच एवं गुणवत्ता प्रबंधन से सफलता के शिखर पर पहुँचने वाले अनमोल रत्न
सरलता, विनम्रता एवं समृद्ध हृदय के धनी वीरेन्द्रजी नाहर
ऊँचा मनोबल, अच्छी सोच एवं सम्यक पुरुषार्थ के साथ लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहते हुए निरंतर कार्य करते रहने से जीवन में हर सफलता प्राप्त की जा सकती है।
सरलता, विनम्रता, मिलनसारिता, व्यवहार कुशलता, मधुर भाषिता, उदार हृदय का संगम है राजस्थान में बड़ा बिठौड़ाकलाँ मूल के बेंगलूरु, कर्नाटक में ड्राई फ्रूट्स एवं मसालों के सुप्रसिद्ध ब्रांड ‘सात्विक’ के संस्थापक, अग्रणी व्यवसायी, कुमारापार्क, बेंगलूरु निवासी युवा रत्न संघवी वीरेन्द्रजी नाहर। स्वनाम धन्य श्रेष्ठिवर्य स्व. जीवराजजी स्व. गजराबाई नाहर के सुपौत्र एवं संघवी दानमलजी पवनदेवी नाहर के सुपुत्र, विनम्रता, सज्जन स्वभाव एवं दृढ़ निश्चय के बनी वीरेन्द्रजी नाहर अपने मधुर व्यवहार के कारण सबके प्रिय हैं। आपके दादाजी जीवराजजी नाहर ने 1970 में सकलेशपुर, कर्नाटक में काली मिर्च, ईलायची आदि मसालों का व्यवसाय प्रारंभ किया। बीरेन्द्रजी नाहर के पिताश्री संघबी दानमलजी नाहर ने व्यवसायिक कुशलता से उसे ऊँचाईयों पर पहुँचाया। आप सकलेशपुर में श्री कुंथुनाथ स्वामी जैन मंदिर के दुस्टी बनकर समाज सेवा में आगे रहे। दक्षिण नाकोड़ा तीर्थ श्री संकटमोचन पाश्वं भैरव धाम, अरसीकरे के भी आप ट्रस्टी हैं। अनेक धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं में सक्रिय हैं, आपके बीसवाँ वर्षीतप की सुदीर्घ तपाराधना गतिमान है। श्रीमती पवनदेवी नाहर के भी दस वर्षीतप सुदीर्घ आराधना पूर्ण हो चुकी है। की वीरेन्द्रजी नाहर बाल्यकाल से ही पढ़ाई में विशेष रूचि रखते थे। आपने सकलेशपुर में माध्यमिक शिक्षा पूरी की। चेत्रई में पीयूसी उत्तीर्ण की और हैदराबाद में पधारे और B.Com व ।CWA की उच्चशिक्षा प्राप्त की आपने अपने बड़े व्यवसायिक लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सन् 2001 में बेंगलूरु में ए.पी. एम.सी. यार्ड में जैन एंटरप्राईजेज की स्थापना करके होलसेल ड्राई फ्रूट्स व्यवसाय एवं इंपोर्ट व्यापार का कार्य प्रारंभ किया। आपने अपनी बुद्धिमत्ता एवं कड़ी मेहनत से शीघ्र ही ड्राई फ्रूट्स व्यवसायिक क्षेत्र में विशेष पहचान स्थापित कर दी। आपने सामग्री की गुणवत्ता को सर्वोपरि महत्व दिया। इसके साथ ही आपने मधुर स्वभाव एवं उत्तम सेवा से ग्राहकों के हृदय में विशेष स्थान अर्जित किया है। आपने अपनी सफलता से उत्साहित होकर व्यवसाय को प्रगति के नए शिखर पर पहुँचाने के उद्देश्य से विस्तार करते हुए सन् 2011 में सात्विक ग्रुप प्रारंभ किया जिसमें होल सेल एवं इंपोर्ट का विशाल स्तर पर व्यवसाय है। ए.पी. एम.सी. यार्ड के समीप सात्विक का बहुमंजिला प्रतिष्ठान है जो संभवतः बेंगलुरु का ड्राई फ्रूट्स में होलसेल एवं रिटेल श्रृंखला का सबसे बड़ा प्रतिष्ठान है। आपके स्वयं के ब्राण्ड प्रॉडक्ट सात्त्विक केसर एवं सात्विक मेवा के आकर्षक गिफ्ट पैकिंग को व्यापारियों एवं ग्राहकों का भारी समर्थन मिल रहा है। आज सात्विक समूह की कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र में करीब 19 शाखाएँ होलसेल एवं रिटेल आउटलेट्स है तथा और भी विस्तार किया जा रहा है।
सुश्रावक स्व. चांदमलजी बिलवाड़िया की सुपौत्री एवं पुष्पादेवी स्व. धर्मीचंदजी बिलवाड़िया सोनी की गुणवान सुपुत्री सौ. नम्रता के साथ संपन्न हुआ। आप अतिथि सत्कार में अग्रणी एवं अत्यंत मिलनसार हैं। आपके सालाजी दीपकजी सोनी फाइनेंस व्यवसायी हैं। आपकी प्रतिभाशाली सुपुत्री सुश्री दीपाली नाहर भगवान महावीर जैन कॉलेज में अध्ययन कर रही है एवं आपके सुपुत्र मोक्ष आठवीं कक्षा में अध्ययन कर रहे हैं। आपकी बहन हेमलताजी मुकेशजी पगारिया के.जी.एफ. में निवासी है। आपके अनुज अनुजवणु सुरेन्द्रजी ममताजी नाहर एवं विकासजी-सुनीताजी नाहर हैं। दोनों भ्राता ड्राईफ्रूट्स एवं मसालों के अग्रणी व्यवसायी हैं व अंतर्राष्ट्रीय स्तर का ब्रांड है। वीरेन्द्रजी नाहर व्यवसाय के साथ ही धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में अग्रणी हैं। धर्म के प्रति आपकी दुद श्रद्धा युवा वर्ग के लिए आदर्श एवं प्रेरक है। आपने जैनत्व के सिद्धांतों को जीवन में आत्मसात किया है। आपने गत वर्ष चातुर्मास काल में 9 उपवास की सुदीर्घ साधना की जो अनुमोदनीय एवं अभिनंदनीय है।
आप पर आचार्य श्री स्थूलभद्र कृपा प्राप्त आचार्य श्री चंद्रयशसूरिश्वरजी एवं आचार्य श्री राजयशसूरीश्वरजी की बड़ी कृपा एवं आशीर्वाद है। करुणा सिंधु शासनेश भगवान महावीरस्वामी के दया करुणा एवं प्राणी मात्र के प्रति प्रेम के सिद्धांतों को आप सर्वोपरि मानते हैं। आपके हृदय में जीवदया, गौ रक्षा के प्रति विशेष भावना का सागर लहलहाता है। आप अपने सात्विक फाउंडेशन के ट्रस्ट द्वारा शीघ्र ही बेंगर महानगर के समीप गौशाला शुभारंभ करने हेतु अग्रसर हैं। वीरेन्द्रजी नाहर अखिल भारतीय नाहर बंधु जैन महासंघ के कर्नाटक प्रदेश उपाध्यक्ष है नागौर में नाहर कुलदेवी चामुण्डेश्वरी भवानी देवी के निर्माणाधीन मंदिर के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। आप किराणा मार्केट एसोसिएशन से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। जैन समाज की अग्रणी राष्ट्रीय संस्था अखिल भारतीय ओसवाल परिषद के कोषाध्यक्ष हैं। आपने अनेक सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों का प्रायोजन भी किया है।
वीरेन्द्रजी का मानना है कि ऊँचा मनोबल, अच्छी सोच एवं सम्यक पुरुषार्थ के साथ लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहते हुए निरंतर कार्य करते रहने से जीवन में हर सफलता प्राप्त की जा सकती है। थन में वृद्धि के साथ व्यक्ति को धर्म आराधना में निरंतर वृद्धि करना चाहिए। जिनशासन की प्रभावना एवं सेवा में अपनी शक्ति का सदुपयोग कर व्यक्ति को अपने परम पुण्योपार्जित देव दुलर्भ मानव भव को सार्थक करना चाहिए।
दृढ़ संकल्प की शक्ति लेकर चला हूँ साथ में, देव गुरु और धर्म का संबंल लिया है साथ में, करना है सार्थक जन्म को, अनमोल मानव भय है ये, जिन धर्म, भारत राष्ट्र की उन्नति के हर प्रयास में ||
विनम्रता, सहयोग भावना, व्यवहार कुशलता एवं मिलनसारिता आपकी सबसे बड़ी शक्ति है। इसी विशेषता से कई विशिष्ट प्रतिभाशाली व्यक्ति आपसे नजदीकी रूप से जुड़े हुए हैं। अनेक बड़े व्यापारियों, उद्योगपतियों एवं समाज के अग्रगण्य गणमान्यजनों से आपके घनिष्ठ मैत्री पूर्ण संबंध हैं।
जैन समय ‘अनमोल रत्न’ हैं वीरेन्द्रजी नाहर
विराट व्यक्तित्व के धनी, जैन जगत की शान, उदारमना, मिलनसार जैन समय के ‘अनमोल रत्न’ वीरेन्द्रजी नाहर की रग-रग में जैन धर्म की प्रभावना की प्रबलतम भावना है। इसी भावना से आप जैन समय के विश्व व्यापी धर्मप्रचार अभियान को गति देने हेतु जैन समय के स्तंभ सहयोगी बने हैं। आपका मानना है कि जैन धर्म का पूरे विश्व में विशाल स्तर पर प्रचार प्रसार होना चाहिये। ‘जैन समय’ के विश्वव्यापी स्तर पर जैनत्व के प्रचार प्रसार एवं समग्र जैन समाज की एक दूसरे के साथ जोड़ने के लक्ष्य से आप बहुत प्रभावित हुये। और हमारे स्तंभ सहयोगी बने। जैन समय के स्तम्भ सहयोगी बनकर आपने हमारे उत्साह को अनेक गुणा बढ़ाया है। आपके उदार सहयोग से जैन समय द्वारा सकल जैन समाज को नई Connectivity, Worldwide Unity एवं Information के महाअभियान को बड़ी शक्ति मिलेगी। हम समग्र नाहर परिवार के लिये आरोग्यमय, धर्ममय, सर्व सुखमय जीवन की यशस्वी मंगलकामनायें करते हुए शत शत आभार प्रदर्शित करते हैं।