जैन समय । बेंगलूरु | श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा विजयनगर बेंगलुरु, का संघ सूरत में विराजित आचार्य श्री महाश्रमणजी के दर्शन कर वापस बेंगलूरु लोटा। सूरत की धरा पर विराजमान युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के दर्शन सेवा हेतु चार दिवसीय संघ यात्रा के रुप में 150 सदस्यों का दल 27 सितम्बर रात्रि सूरत पहुंचा। चार दिवसीय इस यात्रा में सर्वप्रथम सभी सदस्य सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टेचू ऑफ यूनिटी के पर्यटन स्थल पहुंचे। दूसरे दिन सभी सदस्य आचार्य श्री महाश्रमणजी की दर्शन सेवा का लाभ लिया। सभा अध्यक्ष मंगलजी कोचर ने विजयनगर में साध्वी श्री सिद्धप्रभाजी ठाणा 4 के चातुर्मास का उल्लेख करते हुए विजयनगर की सभी गतिविधियों की जानकारी आचार्यश्री को दी तथा आगामी चातुर्मास के दौरान साधु साध्वियों का सान्निध्य प्रदान कराने की विनती की। संघ प्रायोजक सायरदेवी हीरालालजी मालू ने भी विजयनगर की ओर से जानकारी प्रदान की। महिला मंडल अध्यक्षा मंजूजी गादिया ने कृतज्ञता ज्ञापित की। संघ संयोजक राजेशजी चावत ने आभार ज्ञापित किया। सामूहिक रूप से गीतिका का संगान किया गया। गुरुदेव ने आशीर्वचन में कहा विजयनगर सक्षम क्षेत्र है अनेक उपलब्धियां को प्राप्त किया है तथा वहा पर अनेक संभावनायें और भी है। साध्वी श्री सिद्धप्रभाजी बहुत सरलता से अपना चातुर्मास कर रहे हैं और खूब खूब आशीर्वाद प्रदान किया। तत्पश्चात साध्वी प्रमुखाश्रीजी के दर्शन सेवा कर कृतज्ञता रैली में सभी श्रावक समाज ने उत्साह के साथ भाग लिया तथा जय जय ज्योति चरण, जय जय महाश्रमण का नारा गुंजायमान किया। चार दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन में सम्मान समारोह एवं भक्ति संध्या का आयोजन किया जिसमें मनीषजी पगारिया ने भिक्षु मय वातावरण का समा बांधा। सभी श्रावक परिवार ने उत्साह के साथ इस यात्रा को सफल बनाया। इस यात्रा के संयोजक राजेशजी चावत ने सभी का आभार प्रकट किया। यात्रा के सहसंयोजक महेंद्रजी टेबा, सुरेशजी हींगड, अशोकजी बाबेल, प्रकाशजी कोचर, तनिषजी हिंगड़, अंजूजी सेठिया, बबिताजी दसानी, सीमाजी टेबा, किरणजी बोराणा, सुभाषजी गांधी का विशेष सहयोग रहा। पधाधिकारीयों में उपाध्यक्ष भंवरलालजी मांडोत, बाबूलालजी बोथरा, ललितजी सेठिया, मंत्री दिनेशजी हींगड़, सहमंत्री ज्ञानूजी नाहटा, सहमंत्री विमलजी दक, संगठन मंत्री मनोहरलालजी बोहरा का विशेष सहयोग रहा।