सही सोच, कड़ी मेहनत और लक्ष्य के प्रति निरंतर पुरूषार्थ से पहुँचे सफलता के शिखर पर
सज्जनता के साथ समृद्ध हृदय के धनी सज्जनराजजी लुंकड़
जीवन में हर सफलता प्राप्त की जा सकती है। आवश्यकता है ऊँचा मनोबल, अच्छी सोच एवं सम्यक पुरूषार्थ के साथ लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहते हुए निरंतर कार्य करते रहने की।।
सज्जन स्वभाव, विनम्रता, मिलनसारिता, व्यवहार कुशलता, मधुर भाषिता के साथ उदार हृदय आदि गुणों का संगम हैं राजस्थान में चंडावल मूल के कर्नाटक के बेंगलूरु में सुप्रसिद्ध ज्वेलरी एवं डायमंड व्यवसायी श्रेष्ठिवर्य सज्जनराजजी लुंकड़। महान पुण्यवान, ‘यचा नाम तथा गुण’ श्रीमती गुणसुंदरदेवी स्व. पारसमलजी लुंकड़ के सुपुत्र एवं स्व. गणेशमलजी स्व. टमकीबाई लुंकड़ के सुपौत्र, दृढ़ निश्चय तथा सज्जन स्वभाव के धनी सज्जनराजजी लुंकड़ समग्र जैन समाज में अपने मधुर व्यवहार के कारण अत्यंत लोकप्रिय हैं। विनम्रता, तरलता एवं व्यवहार कुशलता के साथ ही धार्मिक संस्कार उन्हें बाल्यकाल से ही मिलते रहे। आपके दादाजी गणेशमलजी सम्पतराजजी लुंकड़ सबसे पहले तमिलनाडु की सुप्रसिद्ध पर्यटन नगरी ‘ऊटी’ में बसे। व्यापार में वृद्धि करने के उद्देश्य से आपने चेन्नई में गिरवी व्यवसाय का प्रतिष्ठान प्रारंभ किया। आपके पिताश्री अपने व्यवसाय को और अधिक ऊँचाईयों पर ले जाना चाहते थे। उन्होंने चेत्रई से बेंगलूरु आकर कस्तूरचंद कुंदनमल फर्म में कार्य किया। बाद में ‘सुरेश एंड कंपनी’ के नाम से इलेक्ट्रीकल्स का व्यवसाय प्रारंभ किया और अपने तीनों भाईयों के साथ ‘बेंगलोर केबल्स’ के ब्रांड नाम से अपने स्वयं के प्रॉडक्ट निर्माण भी प्रारंभ किए। पारसमलजी लुंकड़ का विवाह राजस्थान में सोजत सिटी एवं कर्नाटक में के.जी. एफ निवासी सुश्रावक मदनलालजी-सुवाबाई मुणोत की सुपुत्री गुणसुंदरदेवी के साथ संपन्न हुआ। आपकी समाजसेवा के साथ ही विद्या दान में बहुत रूचि थी। आप भगवान महावीर जैन कॉलेज के ट्रस्टी बने और चेयरमेन चेनराजजी छाजेड़ के साथ कॉलेज के भवन निर्माण की पूरी देखरेख आपने की। आप संभवनाथ जैन भवन के भी ट्रस्टी बने। आपने गौतमजी बाफना के साथ बेंगलूरु के सबसे प्रमुख व्यापारिक स्थल एम. जी. रोड में ‘नवरतन ज्वेलर्स’ का शुभारंभ किया जो आज बेंगलूरु के शीर्ष ज्वेलरी शोरूम्स में से एक है। बेंगलूरु की शान ‘कॉमर्शियल स्ट्रीट’ में आपका श्री कृष्णा डायमंड्स एंड ज्वेलरी का भव्य शोरूम सुविख्यात है। आपके सुपुत्र सज्जनराजजी लुंकड़ बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के धनी हैं। अपनी पढ़ाई पूरी करते ही अपने व्यवसाय को प्रगति के नए शिखर पर पहुँचाने में जुट गए। सज्जनराजजी लुंकड़ का मंगल परिणय राजस्थान के कलावना-जैतारण नगर के तमिलनाडु के वाणियमबाड़ी नगर के निवासी सुप्रसिद्ध JCR Group के स्व. शान्तिलालजी माणकदेवी सुराणा की गुणवान सुपुत्री मंजुदेवी के साथ संपन्न हुआ। धर्मनिष्ठ श्राविका मंजुदेवी अतिथि सत्कार में अत्यंत अग्रणी है।
आपके प्रतिभाशाली सुपुत्र निखिल ने बीबीएम की पढ़ाई के पश्चात USA में Gemology का कोर्स किया और अभी आपके साथ श्री कृष्णा डायमंड्स एंड ज्वेलरी में अपने अनुभवों से नित नई सफलता के आयाम पर अग्रसर हैं। निखिल का शुभविवाह हलसूरु, बेंगलूरु के सुप्रतिष्ठित ज्ञानचंदजी-आनंदीबाई खींचा की सुपुत्री नेहा के साथ संपन्न हुआ है। सज्जनराजजी लुंकड़ की प्रतिभावान सुपुत्री सांचल बीबीए की पढ़ाई कर रही है। एक अच्छे व्यवसायी में जो विशेषताएँ होनी चाहिए वे सब सज्जनराजजी लुंकड़ में समायी हुई है। आपका मानना है कि जीवन में हर सफलता प्राप्त की जा सकती है। आवश्यकता है ऊँचा मनोबल, अच्छी सोच एवं सम्यक पुरूषार्थ के साथ लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहते हुए निरंतर कार्य करते रहने की। थन में वृद्धि के साथ व्यक्ति को धर्म आराधना में भी निरंतर वृद्धि करना चाहिए। धर्म ही संसार में सबसे बड़ा धन है। परोपकार के द्वारा व्यक्ति को अपनी सम्पत्ति का सदुपयोग कर अपने पुण्य को सार्थक करना चाहिए। आपने समाज में युवाओं को प्रोत्साहित करने में अग्रणी हैं। आपने क्रिकेट टूनमिंट आदि अनेक कार्यक्रमों का प्रायोजन भी किया है। आप अनेक सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के अग्रणी सहयोगी हैं। आपके छोटे भ्राता राजेशजी लुंकड़ केमिकल एवं चाँदी के आईटम्स के होलसेल व्यवसायी है। उत्साही युवा राजेशजी लुंकड़ भी सामाजिक कार्यक्रमों में पूरे सक्रिय हैं।
आप चेन्नई के अग्रगण्य बिल्डर्स समूह ‘KLP Projects’ (खेतपालिया, लुंकड़, परमार) के भागीदार हैं। आपका पारिवारिक सुप्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड ‘Purple’ का निर्माण एवं थोक व्यवसाय है। आप जैन समाज की अग्रणी संस्था जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाईजेशन (जीतो) के पेट्रन सदस्य हैं। भगवान महावीर जैन हॉस्पिटल के नए ट्रस्टी बने हैं। गुरु ज्येष्ठ पुष्कर ट्रस्ट के भी ट्रस्टी बने हैं। जैन मिशन ट्रस्ट, चिकबल्लापुर के ट्रस्टी हैं। ‘कर्नाटक स्टेट राजस्थान समाज सेवक’ संस्था के संस्थापक एवं महामंत्री हैं। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन आवक संघ ट्रस्ट, हनुमंतनगर के अध्यक्ष हैं। चंडावल जैन संघ बेंगलूरु के उपाध्यक्ष रहे। ऑल इंडिया श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन कॉन्फ्रेंस नई दिल्ली के कर्नाटक प्रांतीय मंत्री रहे हैं। युवक मंडल हनुमंतनगर के अध्यक्ष रहे हैं। जेम्स एंड ज्वेलरी एसोसिएशन के सदस्य है। बेंगलूरु ज्वेलर्स एसोसिएशन के सदस्य है।
आपकी व्यवहार कुशलता एवं मिलनसारिता आपकी सबसे बड़ी शक्ति है। इसी विशेषता से अनेक बड़े राजनेताओं, शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों से आपके घनिष्ठ मैत्री पूर्ण संबंध हैं। कन्नड़ फिल्म जगत के अनेक ख्यात नाम कलाकार एवं प्रतिभाशाली व्यक्ति आपसे नजदीकी रूप से जुड़े हुए हैं।
आपकी और एक बड़ी विशेषता है कि आपने अनेक पारिवारिकजनों, मित्रजनों, समाज एवं व्यापारिकजनों के विवादों को अपनी दूरदर्शी सोच, सूझबूझ एवं मिलनसार स्वभाव से सुलझाया है जो प्रशंसनीय है।
जैन समय ‘अनमोल रत्न’ हैं सज्जनराजजी लुंकड़
विराट व्यक्तित्व के थनी, जैन जगत की शान, उदारमना, मिलनसार जैन समय के ‘अनमोल रत्न’ सज्जनराजजी लुंकड़ की रग-रग में जैन धर्म की प्रभावना की प्रबलतम भावना है। इसी भावना से आप जैन समय के विश्व व्यापी धर्मप्रचार अभियान को गति देने हेतु जैन समय के स्तंभ सहयोगी बने हैं। आपका मानना है कि जैन धर्म का पूरे विश्व में विशाल स्तर पर प्रचार प्रसार होना चाहिये। ‘जैन समय’ के विश्वव्यापी स्तर पर जैनत्व के प्रचार प्रसार एवं समग्र जैन समाज को एक दूसरे के साथ जोड़ने के लक्ष्य से आप बहुत प्रभावित हुये। और हमारे स्तंभ सहयोगी बने। जैन समय के स्तम्भ सहयोगी बनकर आपने हमारे उत्साह इको अनेक गुणा बढ़ाया है। आपके उदार सहयोग से जैन समय द्वारा सकल जैन समाज को नई Connectivity. Worldwide Unity एवं Information के महाअभियान को बड़ी शक्ति मिलेगी। हम समग्र लुंकड़ परिवार के लिये आरोग्यमय, धर्ममय, सर्व सुखमय जीवन की यशस्वी मंगलकामनायें करते हुए शत शत आभार प्रदर्शित करते हैं।