दृढ़ संकल्प एवं उदार हृदय के धनी थे महावीरचंदजी समदड़िया
स्वनाम धन्य श्रेष्ठिवर्य सुश्रावक स्व. चंपालालजी – सुश्राविका स्व. सौभाग्यादेवी समदड़िया के सुपुत्र, बेंगलूरु महानगर के व्यवसायिक जगत के दिग्गज ‘पेटल्स’ ग्रुप के चेयरमैन महावीरचंदजी समदड़िया का 70 वर्ष की उम्र में 16 सितम्बर को बेंगलूरु में स्वर्गवास हो गया। महावीरचंदजी समदड़िया देव, गुरु, धर्म के प्रति प्रगाढ़ श्रद्धावान थे एवं उदार हृदय के धनी थे। जीवदया एवं साधर्मिक बंधुओं के कल्याण की भावना आपके हृदय में समाहित थी। आप हँसमुख स्वभाव वाले, मिलनसार, उच्च विचारों एवं दृढ़ निश्चय के धनी तथा कुशल मार्गदर्शक थे। आप सबका हित चाहने वाले थे। आप श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ चामराजपेट के फाउंडर ट्रस्टी थे। सम्प्रदायवाद की भावना से दूर रहते हुए संघ के हर चातुर्मास में आपका बड़ा सहयोग रहता आया है। आपके हृदय में जैन समाज की एकता एवं उन्नति के भाव समाए हुए थे। आपने चामराजपेट संघ के संचालक पद के गौरवशाली दायित्व का भी निर्वाह किया। आप कर्नाटक मारवाड़ी यूथ फेडरेशन (KMYF) के संस्थापक सदस्य थे। आपने दानदाताओं के सहयोग से KMYF के निःशुल्क डायलिसिस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभाई। KMYF के डायलिसिस हॉस्पिटल निर्माण में भी आपकी अग्रगण्य सेवाएँ रही। आपको कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री बंगारप्पाजी द्वारा कर्नाटक राज्योत्सव प्रशस्ति से सम्मानित किया गया। आपने व्यवसाय के क्षेत्र में अपनी सूझ बूझ एवं कार्यकुशलता से विशेष ख्याति प्राप्त की है। आपने 2007 में व्यवसाय जगत में ‘PETALS’ की स्थापना की, जो आज समूचे भारत में एक बड़े ब्राण्ड के रूप में प्रतिष्ठित हो चुका है। आपकी धर्मपत्नी कांताबाईजी समदड़िया ने जीवन के हर क्षेत्र में आपका कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। कांताबाईजी समदड़िया भी जिनशासन सेवा में अग्रणी हैं। ‘मातृछाया’ जैन महिला संगठन के साथ आप विशेष सहयोगी के रूप में जुड़ी हुई हैं और संगठन के, जीव दया के एवं गौशाला के कार्यों में आपका बहुत विशाल सहयोग है। आपके तीनों पुत्र-पुत्रवधु महेंद्रजी-रेणुजी, हरीशजी-रेखाजी, मितेश-श्वेताजी समदड़िया एवं पौत्र प्रतीकजी, आरवजी एवं पौत्रियां मेघाजी, दियाजी, कृषाजी, स्वराजी आपके आदर्श पदचिन्हों का अनुसरण कर रहे हैं। ‘जैन समय’ समूह की ओर से महावीरचंदजी समदड़िया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनकी दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्राप्ति की प्रार्थना करते हैं।