गढ़ सिवाना निवासी, धर्मप्राण, श्रीमती भंवरीबाई-स्व. घेवरचंदजी रांका के सुपुत्र-सुपुत्रवधु सुप्रसिद्ध व्यवसायी एवं दानवीर, जैन युवा जगत के चमकते सितारे, उदार हृदय के स्वामी अशोककुमारजी – विमलादेवी रांका जिनशासन की प्रभावना, प्रचार-प्रसार, स्वधर्मी सेवा एवं मानव सेवा के कार्यो में सहयोग में
सदैव अग्रगण्य है। आप जैन धर्म को जन जन का धर्म मानते हैं और उसे जन साधारण तक पहुँचाने के लिये हर सम्भव सहयोग करते हैं।
आप एक उच्च कोटी के चिंतनशील युवा एवं अच्छे लेखक भी है। आपने जैन सिद्धांतों को अत्यंत सरल रूप से प्रस्तुत करने वाली व्यवहारिक जीवन में
उपयोगी 2 पुस्तकों का लेखन, संपादन एवं प्रकाशन किया है। आप अहंकार से दूर रहते हैं। आप मधुर भाषी, स्पष्ट वक्ता एवं कुशल व्यवहार के धनी हैं।
आप श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट, अक्कीपटे, बेंगलोर के उपाध्यक्ष एवं ट्रस्टी हैं तथा JITO के FCP Member हैं।
जनै समाज के सार्धिमक परिवारों के लिये जीतो द्वारा मैसूर रोड़ के समीप बनाये जा रहे 925 फ्लेट की ‘जीतो रांका नगरी’ के नाम का लाभ एवं जैन स्थानक भवन का लाभ बाबुलालजी अशोककुमारजी रांका (रांका स्टील) एवं अशोककुमारजी महेन्द्रकुमारजी रांका (महेश हार्डवेर एण्ड पाईप्स ग्रुप) परिवार ने लेकर
समाज में एक सुन्दर उदाहरण प्रस्तुत किया है। आप अनेक समाजसेवी संस्थाओं के उदार सहयोगी हैं एवं आपके सौजन्य से बेंगलोर में मुमुक्षु सुमनजी बागरेचा की जैन भागवती दीक्षा आदि अनेक बड़े कार्यक्रम संपन्न हुये हैं।
आपकी धर्मपत्नी श्रीमती विमलादेवी रांका हँसमुख सरलमना, उदारमना धर्म परायणा श्राविका हैं एवं श्री सत्य बहु मंडल अक्कीपेट की अध्यक्षा हैं। आपके सुपुत्र प्रीतेश भी बहुत ही विनयवान एवं प्रतिभाशाली हैं। आपके अनुज – अनुजवधु महेन्द्रकुमारजी – मीनाकुमारी रांका एवं अनुज पुत्र महेश रांका भी उच्च संस्कारों से युक्त हैं। जिन्होंने 29 वर्ष पूर्व महेश ग्रुप को स्थापित किया और आज उसे जोरदार ऊंचाइयाँ प्रदान की वे है अशोककुमारजी महेन्द्रकुमारजी रांका । सुप्रीम ब्रांड प्लास्टिक उत्पादों के वितरक के रूप में सारे देश के सबसे अग्रणी महेश ग्रुप अन्य उत्पादों को भी अपने डीलर्स की मार्फत उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की यौग्यता प्राप्त कर चुका है। आपने कड़ी मेहनत से डिस्ट्रीब्यूशन का चेनल बनाया जो आज करीब 700 परिवारों का पोषक बन गया है। महेष ग्रुप ने करीब 3500 डीलर्स की मार्फत जन जन तक अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह संस्कार उन्हें अपने पिता स्वर्गीय घेवरचंदजी रांका और मातृश्री भंवरीबाई से
मिले हैं, और दीन दुखियों से दिल से निकला आशीर्वाद भी काम आ रहा है जो उन्हें सेवा के क्षेत्र में दिन दुना रात चैगुना योगदान करने हेतु षक्ति दे रहा है।
सरकार द्वारा कंपनियों के लिए आय का दो प्रतिशत काॅर्पोरेट सामाजिक दायित्व यानी जन सेवा हेतु खर्च करना अनिवार्य बनाया गया है वही महेश ग्रुप ऐसे कार्यों हेतु बीस प्रतिषत से भी अधिक राषि खर्च करता है।
समाज का शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य का या पर्यावरण का क्षेत्र हो या जीवदया का क्षेत्र हो दोनों भ्राता मुक्त हस्त से सहयोग देने में कभी भी पीछे नहीं रहते है। उन्होंने किसी भी कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए टीम भावना की आवश्यकता बताई। आज के माहौल में व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा के चलते फलता प्राप्त
करने के लिए अपने कार्य के प्रति पूरा समर्पित होना जरूरी है। जैन समय के स्तम्भ सहयोगी बनकर आपने हमारे उत्साह को अनेक गुणा बढ़ाया हैं। आपके उदार सहयोग से जैन समय द्वारा सकल जैन समाज को एक नयी Connectivity, Unity एवं Information Facility के महाअभियान को बड़ी शक्ति
मिलेगी। हम आपके पूरे परिवार के लिये आरोग्यमय, धर्ममय, सुखमय जीवन की यशस्वी मंगलकामनाएँ करते हुये शत शत आभार प्रदर्शित करते हैं ।