स्व. श्री हगामीलालजी पिछोलिया | Hagamilalji Picholia

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Hagamilalji Pivholia

स्व. श्री हगामीलालजी पिछोलिया

सुपुत्र: स्व. श्री अम्बालालजीस्व. भोलीबाई पिछोलिया ( मेवाड़ में शिवपुर )

स्वर्गवास दि. 10.11.2017

मिलनसारिता की मिसाल थे स्व. श्री हगामीलालजी पिछोलिया

वीर भूमि मेवाड़ के मदारिया क्षेत्र के लाडले सपूत , सरल स्वभावी स्व. श्री हगामीलालजी पिछोलिया मेवाड़ की मिलनसारिता के गुणों के साक्षात प्रतीक थे ।  

शिवपुर निवासी स्व. श्री अम्बालालजी – स्व. श्रीमती भोलीबाई पिछोलिया के सुपुत्र युवावस्था में 1958 में कर्नाटक में बेंगलोर महानगर में धनोपार्जन हेतु पधारे ।

अपनी सूझबूझ एवं कुशाग्र बुद्धि के बल पर आपने सिर्फ ५ साल की अवधि में मै. बंशीलाल उत्तमचंद जैन के नाम से अपना स्वयं का पॉन ब्रोकर्स का व्यवसाय प्रारम्भ कर दिया ।

उनकी मिलनसारिता से सभी ग्राहक प्रभावित थे और कुछ ही वर्षो में उन्होंने बड़े व्यापारी के रूप में अपनी पहचान बना ली । उनका सरल स्वभाव हर व्यक्ति पर एक सुन्दर छाप छोड़ता था ।

धर्म एवं गुरु भगवंतों के प्रति आप के ह्रदय में दृढ़ श्रद्धा थी । आप श्री शेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, विल्सन गार्डन के ट्रस्टी थे । 

आप के गुणों की वजह से सभी सेज सम्बन्धियों में आपके प्रति एक विशेष आदर भाव था । आपके चार पुत्र आपके सुसंस्कारों एवं आदर्श पदचिन्हो पर चलते हुए समाज में आपका नाम रोशन कर रहे हैं ।

स्नेह और सद्भाव आपके, जीवन भर हमें याद रहेंगे,
आदर्श आपके जीवन के, पथ हमारा प्रशस्त करेंगे
हे पूज्यवर अर्पित है, विनम्र हृदय से भावांजलि,
स्वीकार करें हे दिव्य आत्मा, हम सबकी यह श्रद्धांजलि

श्रद्धावनत परिवारजन : 

धर्मपत्नी: ताराबाई 

पुत्रपुत्रवधु : 

उत्तमचन्द-लताबाई, रमेशकुमार-हेमाबाई,
विनोदकुमार, महेन्द्रकुमार-रेखाबाई

पुत्रीजंवाई :  कांताबाई-अनिलजी पीतलिया, मैसूर

पौत्रीजंवाई : सोनिया-किरणजी नंगावत, बेंगलोर

पौत्र:   राहुल, अंकित, कुशल, तुषार

पौत्री:  आशा, निशा, नेहा

दौहित्रदौहित्री :  सुमन, सुरभि, विपुल पीतलिया

एवं समस्त पिछोलिया परिवार, विल्सनगार्डन, बेंगलोर

-: पिछोलिया परिवार के प्रतिष्ठान :-

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‘ जैन समय ‘ की और से दिवंगत आत्मा को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए शीघ्रातिशीघ्र शास्वत सुखों एवं

शुद्ध , बुद्ध , मुक्त , परमात्म पद की प्राप्ति की कामनाये करते हैं ।